जनवरी 27, 2016

कोवलम बीच

मुझे कुछ जगहें इतनी प्यारी लगती हैं कि वहाँ कई बार जाने का मन करता है । चाहे कोई लाख कहे कि क्या बदल गया होगा वहाँ या फिर सब तो समुद्र तट ही हैं आदि लेकिन जो मजा अपनी प्रिय जगहों पर जाने का है वह कभी कम नहीं होता !

कोवलम का समुद्र तट मुझे भारत के सभी तटो में सबसे खूबसूरत लगता है (लक्षद्वीप और अंडमान नहीं गया हूँ तो वहाँ के बारे में राय नहीं है यह) ।

वहाँ का सौन्दर्य बड़ा ही मोहक है ... साथ ही मोहक हैं वहाँ के बड़े बड़े पत्थर जिन पर बैठकर सूरज को निहारा जा सकता है । उसे विदा दी जा सकती है । आने वाले कल के वादे लिए जा सकते हैं । उन पत्थरों के नीचे लहरों कि जिद है और ऊपर पत्थरों सा हौंसला । दो जिदों की जंग का अनुभव बड़ा ही सुखद होता है वहाँ !
और इन सब के बीच सूरज को पानी में डूब जाने तक देखना कम से कम इस आनंद को तो नए तरह से हर बार परिभाषित करता ही है !

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