हो सके तो
बचा के रखना
अपने बचपने की
हर वो आदते - जिस पे डांट पड़ती थी ।
पुरानी दोस्ती सी
उनमे बसी है
तुम्हारे होने की ताकत
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हिंदी हिंदी के शोर में
हमारे स्कूल में उन दोनों की नयी नयी नियुक्ति हुई थी । वे हिन्दी के अध्यापक के रूप में आए थे । एक देश औ...

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हो सके तो बचा के रखना अपने बचपने की हर वो आदते - जिस पे डांट पड़ती थी । पुरानी दोस्ती सी उनमे बसी है तुम्हारे होने की ताकत
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ये तो कहीं नहीं लिखा न कि कुत्ता केवल हसीन लड़कियाँ और गबद्दू लड़के ही रख सकते हैं पर अपने देश में यह कितनी मजबूती से स्थापित हो गया है इसे...
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जब बस गुंटूर से विजयवाड़ा की तरफ बढ़ रही थी तब जरा भी अंदाजा नही था कि ज़िंदगी के उस चेहरे से कुछ यूं मुठभेड़ हो जाएगी जो स्याह है । बाहर ...
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